Saturday, 29 December 2012

दामिनी हम भ्रष्ट और गुलाम भारत को माफ़ करना... ईश्वर आपकी आत्मा को शांति दे... ॐ शांति...


दोस्तों, बड़ी शर्मिंदगी की बात है, ऐसी लाखो दामिनिया बरबाद हो चुकी है और आज भी हो रही है । लेकिन हम तो कुम्भकरण की औलादे है नहीं जागेंगे। मीडिया ने बताया तो प्रदर्शन करेंगे, मोमबत्तीया जलायेंगे, दुआ करेंगे पर इन्साफ/Result तक नहीं पहोंचेंगे । कारण समय जाते ही हम भूल जाते है और ठोस कदम (Permanent Solution) तक नहीं पहोंच पाते है। अन्ना हजारे, बाबा रामदेव और अरविंद केजरीवाल के मुद्दे क्या गलत है ??? जन लोकपाल, भ्रष्टाचार से मुक्ति और काले धन को वापस लाना देश के हित में नहीं है ??? क्या करोडो लोग आन्दोलन में गए थे वो आम जनता की आवाज़ नहीं थी ??? हम सब चाहते है की देश में अच्छा शासन हो लेकिन ये देश के सभी दलों के भ्रष्ट और ठग नेता समय निकलवा देते है और ऐसे जन आन्दोलनो को विफल कर देते है और हम भूल जाते है। कृपया अब हम नहीं जागेंगे तो फिर ऐसे बलात्कार होते ही रहेंगे, भ्रष्ट शासन चलते ही रहेंगे और हम लोग ऐसे ही श्रद्धांजलिया देते रहेंगे। कृपया एक बार फिर लोकशाही में सुधार का सोचे। आखिर देश तो देश की प्रजा को ही चलाना है, गुलाम या आज़ाद??? फैसला आप के हाथ में है।         
                                                                                            --- देश की दुर्दशा से दुखी निलेश राजगोर      

Tuesday, 25 December 2012

પધારો મ્હારે દેશ... શૌર્ય અને સ્વાભિમાનની યશોગાથા - રાજસ્થાન...


પ્રિય મિત્રો, અચાનક જ 21 થી 25 ડીસેમ્બર ની સવાર સુધી શૌર્ય અને સ્વાભિમાનની ભૂમિ રાજસ્થાન ના યાદગાર પ્રવાસે સ્વામી નિજાનંદજી (ગોતરકા, ગુજરાત) સાથે જવાનું થયું... સ્વામીજીનાં માર્ગદર્શન માં મેવાડ તથા મારવાડ પ્રદેશ વિષે, મહારાણા પ્રતાપની શૂરવીરતા, મીરાની ભક્તિ, ભામાશા ની દાનવીરતા, પન્નાની દાસી ભક્તિ, ચેતક ઘોડાની અમરતા, આદિવાસી સભ્યતા, પહાડો, જંગલો અને રણપ્રદેશનું મહત્વ જેવા ઘણા બધા વિષયો પર જાણવા અને માણવા મળ્યું, જે મારા માટે જીવનનું મોટું ભાથું બની રહેશે. ધન્ય છે રાજસ્થાન અને રાજપૂતોની શૂરવીરતા ને ... - નીલેશ રાજગોર

Tuesday, 18 December 2012

अपने देश के लिए शहीद हुए वीर हुतात्मा राम प्रसाद 'बिस्मिल' और उनके मात - पिता को कोटि कोटि नमन ।


आज 18 दिसम्बर को महान क्रांतिकारी शहीद राम प्रसाद 'बिस्मिल' को फांसी दी गयी थी । अपने देश के लिए शहीद हुए ऐसे वीर हुतात्मा और उनके मात - पिता को कोटि कोटि नमन ।                                                                  -- निलेश राजगोर 

देश की आज़ादी के लिए हस्ते हस्ते शहीद हुए क्रांतिकारी राम प्रसाद 'बिस्मिल'जी भावभीनी श्रद्धांजली|


दोस्तों , "सरफरोशी की तमन्ना अब हमारे दिलमे है , देखना है जोर कितना बाजु-ए-कातिल में है ।
वक्त आने दे बता देंगे तुझे ऐ आसमाँ, हम अभी से क्या बतायें क्या हमारे दिल में है ।।" ये शब्द देश की आज़ादी के लिए हस्ते हस्ते शहीद हुए क्रांतिकारी राम प्रसाद 'बिस्मिल' जी के है । आओ आज उनकी पुण्यतिथि पर उनको और हजारो शहीद वीरो को दिलसे नमन करे । और आज अपनी आत्मा से पूछे की ऐसे कई शहीद वीरो की शहादत आज के इस भ्रष्ट नेताओ और भ्रष्ट अधिकारिओ द्वारा देश के करोडो गरीब लोगो जो खून चूस रहे है उनके लिए थी??? या भारत के सभी लोग अपना और देश का गौरव बढ़ाके दुनिया के सामने सर उठाके जी शके उनके लिए थी ??? क्या आप को नहीं लगता की इस लोकशाही की पद्धति में बदलाव लाने की जरुरत है ??? कृपया सोचे और आगे आये ...                                                                                                              -- निलेश राजगोर
 
  

Friday, 14 December 2012

संसद में बैठे गधे... वोट बैंक की राजनीति को छोड़कर देश हित का कब सोचेंगे???

दोस्तों, आज फिर प्रमोशन क्वोटा बिल लाने के लिए संसद में हंगामा हो रहा है, ऐसे बिलों से देश को भारी नुकशान होगा। कृपया जागे और विरोध करे।
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प्रिय मित्रो
      बहोत दुखी होकर मुझे ये लिखना पड रहा है की संसद में बैठे ऐसे गधो के लिए हमारे शाहिद्वीरो ने देश को आज़ादी दिलाई थी??? साला हर बात पे वोट बैंक की राजनीति... कभी तो देश का हित सोचो! देश के लिए जो करना चाहिए वोह कर नहीं रहे और देश का विकास रुक जाए और देश के लोग आपस में लडे ऐसे ऐसे कृत्य कर रहे है... भले ही अन्ना हजारे और बाबा रामदेव के आन्दोलन को कपट के द्वारा कपटी सरकार ने निष्फल  कर दिया  लेकिन  वो आवाज़  करोडो लोगो की आवाज़ थी और देश के करोडो लोगो के भलाई के लिए मांगे थी... जन लोकपाल और कला धन ला नहीं रहे हो और एक के बाद  एक  खरबो रुपियो के कौभांड और देश का विकास रोकने वाले बिल ला रहे हो... क्या इसलिए तुम लोगो को संसद में भेजा है... अमरीका, जापान, चीन या कोई भी देश ले लो, भारत के जैसी भौगोलिक समृद्धिया नहीं है... अरे तुर्की को ले लो वोह छोटा सा देश भारत से १५० साल आगे है और हमारे ४०% से भी ज्यादा लोग गरीबी रेखा से निचे जी रहे है और इसके लिए देश का मिस्मेनेज्मेंट जिम्मेवार है... देश के ही गरीब लोगो का खून चूसने वालो तुम से तो अच्छा अंग्रेज साशन था ... कम से कम वोह अपने तो नहीं थे, बाहर के थे पर वोह अपने देश और ईस्ट इंडिया कंपनी से वफादार थे और तुम अपनी ही मातृभूमि और करोडो लोगो से गद्दारी कर रहे है... डूब मरो सालो... अब वोह दिन  दूर नहीं जब लाखो भगतसिंह पैदा होंगे और तुम जैसे गद्दारों को सजा देंगे... 

      सभी देशभक्त युवान भाई बहेनो से मेरा नम्र निवेदन है की कृपया सभी लोग राजनीति से ऊपर उठके राष्ट्रनीति से सोचे और देश की इस दुर्दशा को बदलने के लिए अपने अपने लेवल पे योगदान दे... आप सब आज़ाद, भगतसिंह, राजगुरु, सुखदेव, सुभाषचंद्र जैसे कई देशभक्त शहीदवीरो के वारसदार है... कृपया कुछ कीजिये... हम नहीं तो कौनआज नहीं तो कब?
                                                               - देश की दुर्दशा से दुखी निलेश राजगोर
 

Wednesday, 12 December 2012

12-12-12 નું કડવું અને નગ્ન સત્ય ...


પ્રિય મિત્રો, આજે 12-12-2012 નો ઐતહાસિક દિવસ છે અને હાલ ની ભારતની સાંપ્રત પરિસ્થિતિ જોતા ખુબ દુઃખી થઇ ને પણ આપ સમક્ષ મેં સાચી વાત મુકવાનો પ્રયત્ન કર્યો છે. પરંતુ સાથે ચોક્કસ વિશ્વાસ પણ રાખું છું કે સાચા દેશભક્ત લોકો આગળ આવશે અને કંઈક કરશે ...

જાપાન, જર્મની, ઈઝરાયેલ, ઇટાલી જેવા નાના દેશો પણ વિશ્વમાં આગેવાન અને આપણો દેશ વિદેશીઓ માટે બજાર સિવાય કંઈ નથી ... આપણી ઈમેજ કાચા માલ ના પ્રોડક્ટરની છે ... કારણ માત્ર દંભી અને ખોખલી લોકશાહી જે ભારત ને ઉધઈ ની જેમ કોતરી રહી છે. આપણે સૌ જાણીએ છીએ ભારત જેટલી ભૌગોલિક સમૃદ્ધિ (પહાડો,જંગલો , દરિયા કિનારો, ફળદ્રુપ જમીન, ખનીજો, વિ.) વિશ્વના બીજા કોઈ દેશ પાસે નથી ... છતાં આપણી શું સ્થિતિ? અમેરિકા નો કોઈ પણ નાગરિક વિશ્વમાં ગમેત્યાં ફરી શકે અને ભૂલ થી પણ ઉની આંચ આવે તો અમેરિકા જેતે જવાબદાર દેશ ને તહસ નહસ કરી શકે તેટલું શક્તિશાળી (સલામ છે અમેરિકાને) અને આપણા નિર્દોષ નાગરીકો પોતાના જ દેશમાં બેમોત માર્યા જાય છે ... કેટલી કરુણતા અને લાચારી ... કારણ માત્ર પ્રજાની ઉદાસીનતા, ધાર્મિક બ્લુ પ્રિન્ટ માં ખામી , મીસ મેનેજમેન્ટ એટલેકે માત્ર વ્યક્તિવાદ , ભ્રષ્ટાચાર, અને દેશના ગૌરવની તેમજ દેશ દાઝની ખામી. શું આવું ચાલવા દેવાય ખરું ? આવો આપણે આ બધાયનું મૂળ લંગડાતી લોકશાહીને ઉખેડી ફેંકીએ અને સવાઈ લોકશાહી (Super Democracy) દ્વારા સવાઈ ભારતનું નિર્માણ કરીએ ...
સવાઈ ભારત નું નિર્માણ કરવા આપ સૌ મિત્રો ને નીચેના facebook page માં જોડાવા અને આપના રાષ્ટ્રવાદી વિચારો જણાવવા અનુરોધ છે ...                            http://www.facebook.com/sawai.bharat


                                                                                                                -- આપ સૌનો નીલેશ રાજગોર

Saturday, 24 November 2012

શું અરુણાચલ પ્રદેશને બચાવવા આપણા ભારતના લોકો જાગશે???


મિત્રો, આજે દિવ્યભાસ્કરમાં રજુ થયેલ અંક "ચીને અરુણાચલ પ્રદેશ, અક્સાઈ ચીનને પોતાનો ભાગ ગણાવ્યો" પર શું ભ્રષ્ટાચારમાં વ્યસ્ત આપણા રાજનેતાઓ ગંભીરતા થી નોધ લેશે?

50 વર્ષ ના શરમજનક ઈતિહાસ માંથી ભારત ચીન સામે શું ફરીથી ભૂલ દોહરાવશે?

2008માં ભારતીય લશ્કરે સ્પેશ્યલ માઉન્ટેન ફોર્સ ના ગઠન માંટે સુચન કર્યું હતું. એ વખતે ચૂંટણી નું વર્ષ કહી પ્રસ્તાવને ટાળી દેવામાં આવ્યો અને 2009માં મનમોહનસિંહ બીજી ટર્મ માટે વડાપ્રધાન બન્યા ત્યારે સ્પેશ્યલ માઉન્ટેન ફોર્સ ના ગઠન માંટે રૂ। 60,000 કરોડનું જેટલો ખર્ચ થતો હોઈ વિકાસના કામો ને પ્રાધાન્ય આપવાના નામે લશ્કર ના પ્રસ્તાવને ટાળી દેવાયો. શું આ દેશ માટે 1,86,000 કરોડ જેવા અનેક કૌભાંડો થઇ શકે અને ભારતની રક્ષા માટે, પ્રજા ના સન્માન માટે ચીન જેવા ભયંકર શક્તિશાળી દેશ સામે લડવા માટે લશ્કર માટે 60,000 કરોડ જેટલું બજેટ નથી??? આ વાત ની આપ સૌ ચિંતા કરજો અને પત્ર લખી વડાપ્રધાન તથા રાષ્ટ્રપતિને જાણ કરજો નહીંતર ભાવી પેઢી આપણને માફ નહીં કરે... દેશ ની સુરક્ષાની ચિંતા ખુબ જ જરૂરી છે...
                                                                                                                                  --આપનો નીલેશ રાજગોર

Tuesday, 20 November 2012

Happy International Children's Day...


बच्चे ही देश का भविष्य है, आओ बच्चो का बचपन बचाए... Happy International Children's Day...  -निलेश राजगोर

Thursday, 15 November 2012

सच्चे देशभक्त और दीर्घदृष्टा श्री नाथूराम विनायक गोडसेजी की पुण्यतिथी पर कोटि कोटि नमन...



"यदि अपने देश के प्रति भक्तिभाव रखना पाप है तो मैंने वह पाप किया है और यदि यह पुण्य है तो उसके द्वारा अर्जित पुण्य पद पर मैं अपना नम्र अधिकार व्यक्त करता हूँ"             - नाथूराम विनायक गोडसे 

सच्चे देशभक्त और दीर्घदृष्टा श्री नाथूराम विनायक गोडसेजी की पुण्यतिथी पर कोटि कोटि नमन... हार्दिक श्रद्धांजली...


दोस्तों, आज श्री नाथूराम विनायक गोडसेजी की पुण्यतिथि है और पूरी दुनिया उन्हें सिर्फ गाँधी वध के लिए जानती है, लेकिन वह अधुरा सच है। वो सही में सच्चे देशभक्त थे और उनके लिए देश से बढ़कर व्यक्ति नहीं था। में आपसे अनुरोध करता हूँ की उनको समजने के लिए पूरा लेख पढ़े... व्यक्ति से बढ़के व
िचार महान है...

गान्धी-वध के कारण

गान्धी-वध के मुकद्दमें के दौरान न्यायमूर्ति खोसला से नाथूराम ने अपना वक्तव्य स्वयं पढ़ कर सुनाने की अनुमति माँगी थी और उसे यह अनुमति मिली थी। नाथूराम गोडसे का यह न्यायालयीन वक्तव्य भारत सरकार द्वारा प्रतिबन्धित कर दिया गया था। इस प्रतिबन्ध के विरुद्ध नाथूराम गोडसे के भाई तथा गान्धी-वध के सह-अभियुक्त गोपाल गोडसे ने ६० वर्षों तक वैधानिक लडाई लड़ी और उसके फलस्वरूप सर्वोच्च न्यायालय ने इस प्रतिबन्ध को हटा लिया तथा उस वक्तव्य के प्रकाशन की अनुमति दी। नाथूराम गोडसे ने न्यायालय के समक्ष गान्धी-वध के जो १५० कारण बताये थे उनमें से प्रमुख कारण निम्नलिखित हैं: -

नाथूराम गोडसे ने न्यायालय के समक्ष गान्धी-वध के जो १५० कारण बताये थे उनमें से प्रमुख कारण निम्नलिखित हैं: -

1. अमृतसर के जलियाँवाला बाग़ गोली काण्ड (१९१९) से समस्त देशवासी आक्रोश में थे तथा चाहते थे कि इस नरसंहार के नायक जनरल डायर पर अभियोग चलाया जाये। गान्धी ने भारतवासियों के इस आग्रह को समर्थन देने से स्पष्ठ मना कर दिया।

2. भगत सिंह व उसके साथियों के मृत्युदण्ड के निर्णय से सारा देश क्षुब्ध था व गान्धी की ओर देख रहा था, कि वह हस्तक्षेप कर इन देशभक्तों को मृत्यु से बचायें, किन्तु गान्धी ने भगत सिंह की हिंसा को अनुचित ठहराते हुए जनसामान्य की इस माँग को अस्वीकार कर दिया।

3. ६ मई १९४६ को समाजवादी कार्यकर्ताओं को दिये गये अपने सम्बोधन में गान्धी ने मुस्लिम लीग की हिंसा के समक्ष अपनी आहुति देने की प्रेरणा दी।

4. मोहम्मद अली जिन्ना आदि राष्ट्रवादी मुस्लिम नेताओं के विरोध को अनदेखा करते हुए १९२१ में गान्धी ने खिलाफ़त आन्दोलन को समर्थन देने की घोषणा की। तो भी केरल के मोपला मुसलमानों द्वारा वहाँ के हिन्दुओं की मारकाट की जिसमें लगभग १५०० हिन्दू मारे गये व २००० से अधिक को मुसलमान बना लिया गया। गान्धी ने इस हिंसा का विरोध नहीं किया, वरन् खुदा के बहादुर बन्दों की बहादुरी के रूप में वर्णन किया।

5. १९२६ में आर्य समाज द्वारा चलाए गए शुद्धि आन्दोलन में लगे स्वामी श्रद्धानन्द की अब्दुल रशीद नामक मुस्लिम युवक ने हत्या कर दी, इसकी प्रतिक्रियास्वरूप गान्धी ने अब्दुल रशीद को अपना भाई कह कर उसके इस कृत्य को उचित ठहराया व शुद्धि आन्दोलन को अनर्गल राष्ट्र-विरोधी तथा हिन्दू-मुस्लिम एकता के लिये अहितकारी घोषित किया।

6. गान्धी ने अनेक अवसरों पर शिवाजी, महाराणा प्रताप व गुरू गोबिन्द सिंह को पथभ्रष्ट देशभक्त कहा।

7. गान्धी ने जहाँ एक ओर कश्मीर के हिन्दू राजा हरि सिंह को कश्मीर मुस्लिम बहुल होने से शासन छोड़ने व काशी जाकर प्रायश्चित करने का परामर्श दिया, वहीं दूसरी ओर हैदराबाद के निज़ाम के शासन का हिन्दू बहुल हैदराबाद में समर्थन किया।

8. यह गान्धी ही थे जिन्होंने मोहम्मद अली जिन्ना को कायदे-आज़म की उपाधि दी।

9. कांग्रेस के ध्वज निर्धारण के लिये बनी समिति (१९३१) ने सर्वसम्मति से चरखा अंकित भगवा वस्त्र पर निर्णय लिया किन्तु गान्धी की जिद के कारण उसे तिरंगा कर दिया गया।

10. कांग्रेस के त्रिपुरा अधिवेशन में नेताजी सुभाष चन्द्र बोस को बहुमत से कॉंग्रेस अध्यक्ष चुन लिया गया किन्तु गान्धी पट्टाभि सीतारमय्या का समर्थन कर रहे थे, अत: सुभाष बाबू ने निरन्तर विरोध व असहयोग के कारण पद त्याग दिया।

11. लाहौर कांग्रेस में वल्लभभाई पटेल का बहुमत से चुनाव सम्पन्न हुआ किन्तु गान्धी की जिद के कारण यह पद जवाहरलाल नेहरु को दिया गया।

12. १४-१५ १९४७ जून को दिल्ली में आयोजित अखिल भारतीय कांग्रेस समिति की बैठक में भारत विभाजन का प्रस्ताव अस्वीकृत होने वाला था, किन्तु गान्धी ने वहाँ पहुँच कर प्रस्ताव का समर्थन करवाया। यह भी तब जबकि उन्होंने स्वयं ही यह कहा था कि देश का विभाजन उनकी लाश पर होगा।

13. जवाहरलाल की अध्यक्षता में मन्त्रीमण्डल ने सोमनाथ मन्दिर का सरकारी व्यय पर पुनर्निर्माण का प्रस्ताव पारित किया, किन्तु गान्धी जो कि मन्त्रीमण्डल के सदस्य भी नहीं थे; ने सोमनाथ मन्दिर पर सरकारी व्यय के प्रस्ताव को निरस्त करवाया और १३ जनवरी १९४८ को आमरण अनशन के माध्यम से सरकार पर दिल्ली की मस्जिदों का सरकारी खर्चे से पुनर्निर्माण कराने के लिए दबाव डाला।

14. पाकिस्तान से आये विस्थापित हिन्दुओं ने दिल्ली की खाली मस्जिदों में जब अस्थाई शरण ली तो गान्धी ने उन उजड़े हिन्दुओं को जिनमें वृद्ध, स्त्रियाँ व बालक अधिक थे मस्जिदों से खदेड़ बाहर ठिठुरते शीत में रात बिताने पर मजबूर किया गया।

15. २२ अक्तूबर १९४७ को पाकिस्तान ने कश्मीर पर आक्रमण कर दिया, उससे पूर्व माउण्टबैटन ने भारत सरकार से पाकिस्तान सरकार को ५५ करोड़ रुपये की राशि देने का परामर्श दिया था। केन्द्रीय मन्त्रिमण्डल ने आक्रमण के दृष्टिगत यह राशि देने को टालने का निर्णय लिया किन्तु गान्धी ने उसी समय यह राशि तुरन्त दिलवाने के लिए आमरण अनशन शुरू कर दिया जिसके परिणामस्वरूप यह राशि पाकिस्तान को भारत के हितों के विपरीत दे दी गयी।

मृत्युदण्ड

नाथूराम गोडसे को सह-अभियुक्त नारायण आप्टे के साथ १५ नवम्बर १९४९ को पंजाब की अम्बाला जेल में फाँसी पर लटका कर मार दिया गया। उन्होंने अपने अन्तिम शब्दों में कहा था:

"यदि अपने देश के प्रति भक्तिभाव रखना कोई पाप है तो मैंने वह पाप किया है और यदि यह पुण्य है तो उसके द्वारा अर्जित पुण्य पद पर मैं अपना नम्र अधिकार व्यक्त करता हूँ"
– नाथूराम विनायक गोडसे
 

Saturday, 10 November 2012

10 November,2012. Happy Malala Day...


પ્રિય મિત્રો, 14 વર્ષની પાકિસ્તાની દીકરી મલાલાએ તાલીબાનોએ શિક્ષણાધિકાર પર પ્રતિબંધ મુકેલો હોવા છતાં મહિલાઓનાં શિક્ષણાધિકાર માટે અવાઝ ઉઠાવ્યો અને તેને તાલિબાનોની ગોળીનો ભોગ બનવું પડ્યું...

માનવતા ના અસુરો સામે જેણે જંગ છેડ્યો છે તેમાં આપણે બધાજ માનસિક રીતે સહભાગી થઈએ અને નવદુર્ગાને પ્રાર્થના કરીએ કે શક્તિનાં આ બાળ સ્વરૂપને નવી ઝીંદગી અર્પે અને વિજયી નીવડે તથા મહિલા શક્તિકરણનું વિશ્વમાં શ્રેષ્ઠ ઉદાહરણ બને.....                                                                    -- નીલેશ રાજગોર

Monday, 5 November 2012

1962 માં અકસાઇ-ચીન ગુમાવ્યુ. 2012 પછી શું અરુણાચલ પ્રદેશ ગુમાવાનો??? 50 વર્ષ ના શરમજનક ઈતિહાસ માંથી ભારત ચીન સામે શું ફરીથી ભૂલ દોહરાવશે???

મિત્રો, 1962ની ચીન સામેની શરમજનક હારને 50 વર્ષ થયા હોય અને આજે પણ 88000 કિ.મી. જમીન ઉપર ચીન નો કબજો હોય અને બોર્ડર પર રોજેરોજની ચંચુપાત હોય તો શું તમને નથી લાગતું કે આપણી પાવૈયાછાપ નેતાગીરી શહીદોની શહાદત ને અને ભારતના સાર્વભૌમત્વના સન્માનને જાળવવા ગંભીર ન
થી???

2008માં ભારતીય લશ્કરે સ્પેશ્યલ માઉન્ટેન ફોર્સ ના ગઠન માંટે સુચન કર્યું હતું. એ વખતે ચૂંટણી નું વર્ષ કહી પ્રસ્તાવને ટાળી દેવામાં આવ્યો અને 2009માં મનમોહનસિંહ બીજી ટર્મ માટે વડાપ્રધાન બન્યા ત્યારે સ્પેશ્યલ માઉન્ટેન ફોર્સ ના ગઠન માંટે રૂ। 60,000 કરોડનું જેટલો ખર્ચ થતો હોઈ વિકાસના કામો ને પ્રાધાન્ય આપવાના નામે લશ્કર ના પ્રસ્તાવને ટાળી દેવાયો. શું આ દેશ માટે 1,86,000 કરોડ જેવા અનેક કૌભાંડો થઇ શકે અને ભારતની રક્ષા માટે, પ્રજા ના સન્માન માટે ચીન જેવા ભયંકર શક્તિશાળી દેશ સામે લડવા માટે લશ્કર માટે 60,000 કરોડ જેટલું બજેટ નથી??? આ વાત ની આપ સૌ ચિંતા કરજો અને પત્ર લખી વડાપ્રધાન તથા રાષ્ટ્રપતિને જાણ કરજો નહીંતર ભાવી પેઢી આપણને માફ નહીં કરે... દેશ ની સુરક્ષાની ચિંતા ખુબ જ જરૂરી છે...

                                                                                                                          -- આપ સૌનો નીલેશ રાજગોર

Tuesday, 30 October 2012

સાચા દેશભક્ત સરદારશ્રી વલ્લભભાઈ પટેલ ની 137 મી જન્મ જયંતી છે ત્યારે તેમને અને તેમના માતા-પિતા ને કોટી કોટી વંદન...

પ્રિય મિત્રો, આવતી કાલે દેશના સાચા દેશભક્ત સરદારશ્રી વલ્લભભાઈ પટેલ ની 137 મી જન્મ જયંતી છે ત્યારે તેમને અને તેમના માતા-પિતા ને કોટી કોટી વંદન... 

સરદારશ્રી વલ્લભભાઈ પટેલે દેશના અનેક પ્રશ્નો ઉકેલી અખંડ ભારત નું નિર્માણ કરાવ્યું અને જેમ
ણે પોતાના પૌત્રને કહેલું કે " રોટલો ખાવા ન મળે તો મારી પાસે આવજે, પણ મારા નામે કમાશો નહીં. સરદારનાં નામનો ઉપયોગ કરશો નહીં. હું દિલ્હી માં છું ત્યાં સુધી દિલ્હી થી બે માઈલ દૂર રહેશો...." આવા પ્રાણવાન શબ્દો દેશના આજના તમામ નેતાઓ કે જેમણે આ દેશ માં સરદાર પટેલ ના નામે માત્ર ચરી ખાધું છે અને દેશના પ્રશ્નો ઉકેલવાને બદલે દેશ માં નવા નવા અનેક પ્રશ્નો ઉભા કરી ગૂંચવાડો ઉભો કર્યો છે, તેવા દિશાહીન નેતાઓ અને કાર્યકરોને અર્પણ કરું છું.

સાથે સાથે ખૂણે-ખાંચરે પડેલા સાચા દેશભક્તો નીડર બની ભારત ની આ બકવાસ ટોળાશાહી ને દુર કરી સાચી નીતિમત્તા અને મુલ્યો વાળી લોકશાહી પ્રસ્થાપિત કરવા આગળ આવે અને સરદારશ્રી વલ્લભભાઈ પટેલને સાચા અર્થ માં તેમની જન્મ જયંતી નિમિત્તે શ્રદ્ધાંજલિ અર્પે... -- આપ સૌનો નીલેશ રાજગોર

Friday, 26 October 2012

शक्ति की भक्ति करे भारत...Part-4


Dear All Friends, आज "शक्ति की भक्ति" title बना
कर मैंने आप सब के सामने अपने देश को शक्तिशाली बनाने की कुछ बाते रखी थी जो मेरा एक नम्र प्रयास था की आप सबके माध्यम के द्वारा अच्छी बातो को देश के सामने रखूँ और जिसमे आप सब ने अच्छा सहयोग दिया|

आज में सिर्फ इतना कहना चाहता हुं की हमें इतना महान धर्म और देश मिला है की हम सब गौरव ले शकते है और हमें अपनी भव्य संस्कृति को दुनिया के सामने शक्तिशाली बनाए रखना है और इसलिए हमें सही माइने में विश्व के साथ कदम मिलाना होगा| आज अमरीका, ब्रिटन, इसरायेल, जर्मनी, चीन, जापान जैसे देश जो विश्व पर राज कर रहे है वोह सिर्फ और सिर्फ उनकी देश दाज और शक्ति की साधना है| देश के लिए वोह कोई समाधान नहीं करते| जबकि आज हमारे देश में क्या चल रहा है वोह आप सब जानते है| आओ हम सब शुरुआत अपने आप से करे और खुद को शक्ति शाली बनाए और देश के लिए अपने पास जो भी योग्यता है उसका 100% योगदान देश के लिए दे|...
                                                                                                                                    -- निलेश राजगोर


Saturday, 20 October 2012

शक्ति की भक्ति करे भारत...Part-3


आज शक्ति की भक्ति के पर्व का 6 ठवाँ दिन है... और भारत को सही माइने में शक्तिशाली बनने की जरुरत है तब आज मै आप सबके सामने प. पूज्य स्वामी निजानन्दजी द्वारा लिखित कविता "लगता है कुछ छुट रहा है..." रख रहा हूँ... जो अपने देश के तमाम राजनेताओं को लागू होती है और मै चाहता हूँ की हम सब और हमारे सभी राजनेता इस कविता पर गंभीरता से सोचे और जो कुछ छुट रहा है इसे अपने मातृभूमि के लिए ना छोड़े...
माँ नवदुर्गा हम सबको शक्ति, भक्ति और द्रष्टि दे ऐसी शुभकामनाओ के साथ                                  -- आपका निलेश राजगोर