Wednesday 26 September 2012

માન. મુખ્યમંત્રી શ્રી નરેન્દ્રભાઈ મોદીજી અને દિવ્યભાસ્કર દ્વારા આયોજિત "ગુટખા મુક્તિ અભિયાન" ને ગુટખા માફિયાઓ દ્વારા જોરદાર લપડાક...


માન. મુખ્યમંત્રી શ્રી નરેન્દ્રભાઈ મોદીજી અને દિવ્યભાસ્કર દ્વારા આયોજિત "ગુટખા મુક્તિ અભિયાન" ને ગુટખા માફિયાઓ દ્વારા જોરદાર લપડાક...

મિત્રો, આપણા માનનીય મુખ્યમંત્રી શ્રી દ્વારા ગુજરાત માં ગુટખા પ્રતિબંધ લગાવી યુવા ધનને વ્યસન-મુકત કરવાનો
તેમનો સંકલ્પ તેમનો સંકલ્પ આપણે સૌને ખુબ જ ગમ્યો અને જે ખુબ જ જરૂરી છે...

પરંતુ, વર્ષો થી ચાલ્યું આવે છે તેમ કાયદા ની છટક બારીઓ શોધી ક્રીમીનલો સમાજ અને દેશ વિરોધી પ્રવૃત્તિઓ કરતા જ આવે છે... તેમ ગુટખા પ્રતિબંધ ની ઐસી તૈસી કરી જે ગુટખા ૨.૦૦ રૂપિયાની વેચાતી હતી તે સાદું ૧.૫૦ રૂપિયા માં સાદું પેકિંગ તથા ૦.૫૦ પૈસા માં સુગંધિત તંબાકુ નું પેકિંગ એમ કરી (બંનેનું મિશ્રણ કરો એટલે એ જ ગુટખા) જાહેર માં વેચાણ કરવા માંડ્યા છે...

આજે જ મારી જાણમાં આવતાને દુ:ખ સાથે ફોટા સ્કેન કરી આપ સૌને જાગૃત કરવા તથા માન. મુખ્યમંત્રી શ્રી અને દિવ્યભાસ્કર ને જાણ હેતુ આ વાત ને Facebook માં મૂકી છે...

આશા રાખું છું કે કાયદાની છટકબારીઓ પૂરી આપણા યુવાધનને વ્યાસનો થી બચાવી લેવા માં આવે...

                                                                                                                           - આપનો નીલેશ રાજગોર


Saturday 15 September 2012

भारत के हिन्दू पाकिस्तान में बचे जूज हिंदूओ की चिंता ना करे, क्यों की उनके बाद भारत का ही नंबर है...


प्रिय दोस्तों, दो दिन पहले ही मैंने टीवी में पाकिस्तान से यात्री वीजा पे आये हुए 171 हिन्दू लोगो की दर्दनाक दास्ताने सुनी... बहोत दुःख हुआ की सिन्धु नदी के किनारे उभरी हुई हिन्दू संस्कृति के हिंदूओ की यह हालत...???

दोस्तों 1947 में पाकिस्तान की कुल आबादी के 25% हिन्दू थे... आज महेज सिर्फ 2.5% ही बचे है... लगता है अगले कुछ सालो में हिन्दू होना भूतकाल बन जायेगा पाकिस्तान में...

आश्चर्य की बात यह है की भारत के हिंदुत्व के ठेकेदार और हिंदुत्व के नाम पे राजनीति करने वाली पार्टियां सिर्फ दिखावे के अलावा कुछ नहीं कर सकी है... मेरा प्रश्न है आप सब से की पुरे विश्व में एक ही हिन्दू राष्ट्र था नेपाल, उसे हम क्यों नहीं बचा पाए...??? चाइना की मदद से मओवादियो ने आज नेपाल पे कब्ज़ा कर दिया... तिबेट क्यों नहीं बचा पाए..?? कश्मीर क्यों नहीं बचा पाए...??? भारत को आतंकवाद से क्यों नहीं बचा पाए...??? लिखने बेठु तो आसाम और कई राज्यों में प्रोबलेम ही प्रोबलेम खड़े हुए लेकिन सोल्यूशन किसीका नहीं क्यों...???

दोस्तों दिल से और राजनीति से ऊपर उठके सिर्फ राष्ट्रवाद से सोचना पड़ेगा की हिन्दू इतना कमजोर क्यों...??? पाकिस्तान ने तो अपना प्रोबलेम सोल्व कर दिया... लेकिन भारत ने प्रोबलेम ही प्रोबलेम खड़े क्यों कर दिए इस देश में...??? अमरीका और अंग्रेजो को गाली अ देनेवाले सभी राजनेता और हिन्दुनेता पहले अपने आप में जांखे की वोह कितने राष्ट्रवादी और अपने देश के प्रति वफादार है और हम कितने भ्रष्ट और सत्ता मिलने के बाद अपने सिध्धांतो से गद्दारी करनेवाले सत्ता लालचु और कायर लोग है...

फिर भी मुझे आशा है भारत के सच्चे देशभक्त युवा भाई-बहन और बुजुर्गो पर की वोह आगे आएंगे और भगतसिंह, राजगुरु, सुखदेव और चंद्रशेखर आजाद जैसे कई क्रांतिकारियों का बलिदान व्यर्थ जाने नहीं देंगे...

                                                                                                                   - देश की दुर्दशा से दुखी निलेश राजगोर

Friday 7 September 2012

संसद में बैठे गधे... वोट बैंक की राजनीति को छोड़कर देश हित का कब सोचेंगे???




प्रिय मित्रो, 
      बहोत दुखी होकर मुझे ये लिखना पड रहा है की संसद में बैठे ऐसे गधो के लिए हमारे शाहिद्वीरो ने देश को आज़ादी दिलाई थी??? साला हर बात पे वोट बैंक की राजनीति... कभी तो देश का हित सोचो! देश के लिए जो करना चाहिए वोह कर नहीं रहे और देश का विकास रुक जाए और देश के लोग आपस में लडे ऐसे ऐसे कृत्य कर रहे है... भले ही अन्ना हजारे और बाबा रामदेव के आन्दोलन को कपट के द्वारा कपटी सरकार ने निष्फल  कर दिया  लेकिन  वो आवाज़  करोडो लोगो की आवाज़ थी और देश के करोडो लोगो के भलाई के लिए मांगे थी... जन लोकपाल और कला धन ला नहीं रहे हो और एक के बाद  एक  खरबो रुपियो के कौभांड और देश का विकास रोकने वाले बिल ला रहे हो... क्या इसलिए तुम लोगो को संसद में भेजा है... अमरीका, जापान, चीन या कोई भी देश ले लो, भारत के जैसी भौगोलिक समृद्धिया नहीं है... अरे तुर्की को ले लो वोह छोटा सा देश भारत से १५० साल आगे है और हमारे ४०% से भी ज्यादा लोग गरीबी रेखा से निचे जी रहे है और इसके लिए देश का मिस्मेनेज्मेंट जिम्मेवार है... देश के ही गरीब लोगो का खून चूसने वालो तुम से तो अच्छा अंग्रेज साशन था ... कम से कम वोह अपने तो नहीं थे, बाहर के थे पर वोह अपने देश और ईस्ट इंडिया कंपनी से वफादार थे और तुम अपनी ही मातृभूमि और करोडो लोगो से गद्दारी कर रहे है... डूब मरो सालो... अब वोह दिन  दूर नहीं जब लाखो भगतसिंह पैदा होंगे और तुम जैसे गद्दारों को सजा देंगे... 

      सभी देशभक्त युवान भाई बहेनो से मेरा नम्र निवेदन है की कृपया सभी लोग राजनीति से ऊपर उठके राष्ट्रनीति से सोचे और देश की इस दुर्दशा को बदलने के लिए अपने अपने लेवल पे योगदान दे... आप सब आज़ाद, भगतसिंह, राजगुरु, सुखदेव, सुभाषचंद्र जैसे कई देशभक्त शहीदवीरो के वारसदार है... कृपया कुछ कीजिये... हम नहीं तो कौन? आज नहीं तो कब?
                                                                                                      - देश की दुर्दशा से दुखी निलेश राजगोर