Saturday 29 December 2012

दामिनी हम भ्रष्ट और गुलाम भारत को माफ़ करना... ईश्वर आपकी आत्मा को शांति दे... ॐ शांति...


दोस्तों, बड़ी शर्मिंदगी की बात है, ऐसी लाखो दामिनिया बरबाद हो चुकी है और आज भी हो रही है । लेकिन हम तो कुम्भकरण की औलादे है नहीं जागेंगे। मीडिया ने बताया तो प्रदर्शन करेंगे, मोमबत्तीया जलायेंगे, दुआ करेंगे पर इन्साफ/Result तक नहीं पहोंचेंगे । कारण समय जाते ही हम भूल जाते है और ठोस कदम (Permanent Solution) तक नहीं पहोंच पाते है। अन्ना हजारे, बाबा रामदेव और अरविंद केजरीवाल के मुद्दे क्या गलत है ??? जन लोकपाल, भ्रष्टाचार से मुक्ति और काले धन को वापस लाना देश के हित में नहीं है ??? क्या करोडो लोग आन्दोलन में गए थे वो आम जनता की आवाज़ नहीं थी ??? हम सब चाहते है की देश में अच्छा शासन हो लेकिन ये देश के सभी दलों के भ्रष्ट और ठग नेता समय निकलवा देते है और ऐसे जन आन्दोलनो को विफल कर देते है और हम भूल जाते है। कृपया अब हम नहीं जागेंगे तो फिर ऐसे बलात्कार होते ही रहेंगे, भ्रष्ट शासन चलते ही रहेंगे और हम लोग ऐसे ही श्रद्धांजलिया देते रहेंगे। कृपया एक बार फिर लोकशाही में सुधार का सोचे। आखिर देश तो देश की प्रजा को ही चलाना है, गुलाम या आज़ाद??? फैसला आप के हाथ में है।         
                                                                                            --- देश की दुर्दशा से दुखी निलेश राजगोर      

Tuesday 25 December 2012

પધારો મ્હારે દેશ... શૌર્ય અને સ્વાભિમાનની યશોગાથા - રાજસ્થાન...


પ્રિય મિત્રો, અચાનક જ 21 થી 25 ડીસેમ્બર ની સવાર સુધી શૌર્ય અને સ્વાભિમાનની ભૂમિ રાજસ્થાન ના યાદગાર પ્રવાસે સ્વામી નિજાનંદજી (ગોતરકા, ગુજરાત) સાથે જવાનું થયું... સ્વામીજીનાં માર્ગદર્શન માં મેવાડ તથા મારવાડ પ્રદેશ વિષે, મહારાણા પ્રતાપની શૂરવીરતા, મીરાની ભક્તિ, ભામાશા ની દાનવીરતા, પન્નાની દાસી ભક્તિ, ચેતક ઘોડાની અમરતા, આદિવાસી સભ્યતા, પહાડો, જંગલો અને રણપ્રદેશનું મહત્વ જેવા ઘણા બધા વિષયો પર જાણવા અને માણવા મળ્યું, જે મારા માટે જીવનનું મોટું ભાથું બની રહેશે. ધન્ય છે રાજસ્થાન અને રાજપૂતોની શૂરવીરતા ને ... - નીલેશ રાજગોર

Tuesday 18 December 2012

अपने देश के लिए शहीद हुए वीर हुतात्मा राम प्रसाद 'बिस्मिल' और उनके मात - पिता को कोटि कोटि नमन ।


आज 18 दिसम्बर को महान क्रांतिकारी शहीद राम प्रसाद 'बिस्मिल' को फांसी दी गयी थी । अपने देश के लिए शहीद हुए ऐसे वीर हुतात्मा और उनके मात - पिता को कोटि कोटि नमन ।                                                                  -- निलेश राजगोर 

देश की आज़ादी के लिए हस्ते हस्ते शहीद हुए क्रांतिकारी राम प्रसाद 'बिस्मिल'जी भावभीनी श्रद्धांजली|


दोस्तों , "सरफरोशी की तमन्ना अब हमारे दिलमे है , देखना है जोर कितना बाजु-ए-कातिल में है ।
वक्त आने दे बता देंगे तुझे ऐ आसमाँ, हम अभी से क्या बतायें क्या हमारे दिल में है ।।" ये शब्द देश की आज़ादी के लिए हस्ते हस्ते शहीद हुए क्रांतिकारी राम प्रसाद 'बिस्मिल' जी के है । आओ आज उनकी पुण्यतिथि पर उनको और हजारो शहीद वीरो को दिलसे नमन करे । और आज अपनी आत्मा से पूछे की ऐसे कई शहीद वीरो की शहादत आज के इस भ्रष्ट नेताओ और भ्रष्ट अधिकारिओ द्वारा देश के करोडो गरीब लोगो जो खून चूस रहे है उनके लिए थी??? या भारत के सभी लोग अपना और देश का गौरव बढ़ाके दुनिया के सामने सर उठाके जी शके उनके लिए थी ??? क्या आप को नहीं लगता की इस लोकशाही की पद्धति में बदलाव लाने की जरुरत है ??? कृपया सोचे और आगे आये ...                                                                                                              -- निलेश राजगोर
 
  

Friday 14 December 2012

संसद में बैठे गधे... वोट बैंक की राजनीति को छोड़कर देश हित का कब सोचेंगे???

दोस्तों, आज फिर प्रमोशन क्वोटा बिल लाने के लिए संसद में हंगामा हो रहा है, ऐसे बिलों से देश को भारी नुकशान होगा। कृपया जागे और विरोध करे।
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प्रिय मित्रो
      बहोत दुखी होकर मुझे ये लिखना पड रहा है की संसद में बैठे ऐसे गधो के लिए हमारे शाहिद्वीरो ने देश को आज़ादी दिलाई थी??? साला हर बात पे वोट बैंक की राजनीति... कभी तो देश का हित सोचो! देश के लिए जो करना चाहिए वोह कर नहीं रहे और देश का विकास रुक जाए और देश के लोग आपस में लडे ऐसे ऐसे कृत्य कर रहे है... भले ही अन्ना हजारे और बाबा रामदेव के आन्दोलन को कपट के द्वारा कपटी सरकार ने निष्फल  कर दिया  लेकिन  वो आवाज़  करोडो लोगो की आवाज़ थी और देश के करोडो लोगो के भलाई के लिए मांगे थी... जन लोकपाल और कला धन ला नहीं रहे हो और एक के बाद  एक  खरबो रुपियो के कौभांड और देश का विकास रोकने वाले बिल ला रहे हो... क्या इसलिए तुम लोगो को संसद में भेजा है... अमरीका, जापान, चीन या कोई भी देश ले लो, भारत के जैसी भौगोलिक समृद्धिया नहीं है... अरे तुर्की को ले लो वोह छोटा सा देश भारत से १५० साल आगे है और हमारे ४०% से भी ज्यादा लोग गरीबी रेखा से निचे जी रहे है और इसके लिए देश का मिस्मेनेज्मेंट जिम्मेवार है... देश के ही गरीब लोगो का खून चूसने वालो तुम से तो अच्छा अंग्रेज साशन था ... कम से कम वोह अपने तो नहीं थे, बाहर के थे पर वोह अपने देश और ईस्ट इंडिया कंपनी से वफादार थे और तुम अपनी ही मातृभूमि और करोडो लोगो से गद्दारी कर रहे है... डूब मरो सालो... अब वोह दिन  दूर नहीं जब लाखो भगतसिंह पैदा होंगे और तुम जैसे गद्दारों को सजा देंगे... 

      सभी देशभक्त युवान भाई बहेनो से मेरा नम्र निवेदन है की कृपया सभी लोग राजनीति से ऊपर उठके राष्ट्रनीति से सोचे और देश की इस दुर्दशा को बदलने के लिए अपने अपने लेवल पे योगदान दे... आप सब आज़ाद, भगतसिंह, राजगुरु, सुखदेव, सुभाषचंद्र जैसे कई देशभक्त शहीदवीरो के वारसदार है... कृपया कुछ कीजिये... हम नहीं तो कौनआज नहीं तो कब?
                                                               - देश की दुर्दशा से दुखी निलेश राजगोर
 

Wednesday 12 December 2012

12-12-12 નું કડવું અને નગ્ન સત્ય ...


પ્રિય મિત્રો, આજે 12-12-2012 નો ઐતહાસિક દિવસ છે અને હાલ ની ભારતની સાંપ્રત પરિસ્થિતિ જોતા ખુબ દુઃખી થઇ ને પણ આપ સમક્ષ મેં સાચી વાત મુકવાનો પ્રયત્ન કર્યો છે. પરંતુ સાથે ચોક્કસ વિશ્વાસ પણ રાખું છું કે સાચા દેશભક્ત લોકો આગળ આવશે અને કંઈક કરશે ...

જાપાન, જર્મની, ઈઝરાયેલ, ઇટાલી જેવા નાના દેશો પણ વિશ્વમાં આગેવાન અને આપણો દેશ વિદેશીઓ માટે બજાર સિવાય કંઈ નથી ... આપણી ઈમેજ કાચા માલ ના પ્રોડક્ટરની છે ... કારણ માત્ર દંભી અને ખોખલી લોકશાહી જે ભારત ને ઉધઈ ની જેમ કોતરી રહી છે. આપણે સૌ જાણીએ છીએ ભારત જેટલી ભૌગોલિક સમૃદ્ધિ (પહાડો,જંગલો , દરિયા કિનારો, ફળદ્રુપ જમીન, ખનીજો, વિ.) વિશ્વના બીજા કોઈ દેશ પાસે નથી ... છતાં આપણી શું સ્થિતિ? અમેરિકા નો કોઈ પણ નાગરિક વિશ્વમાં ગમેત્યાં ફરી શકે અને ભૂલ થી પણ ઉની આંચ આવે તો અમેરિકા જેતે જવાબદાર દેશ ને તહસ નહસ કરી શકે તેટલું શક્તિશાળી (સલામ છે અમેરિકાને) અને આપણા નિર્દોષ નાગરીકો પોતાના જ દેશમાં બેમોત માર્યા જાય છે ... કેટલી કરુણતા અને લાચારી ... કારણ માત્ર પ્રજાની ઉદાસીનતા, ધાર્મિક બ્લુ પ્રિન્ટ માં ખામી , મીસ મેનેજમેન્ટ એટલેકે માત્ર વ્યક્તિવાદ , ભ્રષ્ટાચાર, અને દેશના ગૌરવની તેમજ દેશ દાઝની ખામી. શું આવું ચાલવા દેવાય ખરું ? આવો આપણે આ બધાયનું મૂળ લંગડાતી લોકશાહીને ઉખેડી ફેંકીએ અને સવાઈ લોકશાહી (Super Democracy) દ્વારા સવાઈ ભારતનું નિર્માણ કરીએ ...
સવાઈ ભારત નું નિર્માણ કરવા આપ સૌ મિત્રો ને નીચેના facebook page માં જોડાવા અને આપના રાષ્ટ્રવાદી વિચારો જણાવવા અનુરોધ છે ...                            http://www.facebook.com/sawai.bharat


                                                                                                                -- આપ સૌનો નીલેશ રાજગોર