Tuesday, 18 December 2012

देश की आज़ादी के लिए हस्ते हस्ते शहीद हुए क्रांतिकारी राम प्रसाद 'बिस्मिल'जी भावभीनी श्रद्धांजली|


दोस्तों , "सरफरोशी की तमन्ना अब हमारे दिलमे है , देखना है जोर कितना बाजु-ए-कातिल में है ।
वक्त आने दे बता देंगे तुझे ऐ आसमाँ, हम अभी से क्या बतायें क्या हमारे दिल में है ।।" ये शब्द देश की आज़ादी के लिए हस्ते हस्ते शहीद हुए क्रांतिकारी राम प्रसाद 'बिस्मिल' जी के है । आओ आज उनकी पुण्यतिथि पर उनको और हजारो शहीद वीरो को दिलसे नमन करे । और आज अपनी आत्मा से पूछे की ऐसे कई शहीद वीरो की शहादत आज के इस भ्रष्ट नेताओ और भ्रष्ट अधिकारिओ द्वारा देश के करोडो गरीब लोगो जो खून चूस रहे है उनके लिए थी??? या भारत के सभी लोग अपना और देश का गौरव बढ़ाके दुनिया के सामने सर उठाके जी शके उनके लिए थी ??? क्या आप को नहीं लगता की इस लोकशाही की पद्धति में बदलाव लाने की जरुरत है ??? कृपया सोचे और आगे आये ...                                                                                                              -- निलेश राजगोर
 
  

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