Thursday, 15 November 2012

सच्चे देशभक्त और दीर्घदृष्टा श्री नाथूराम विनायक गोडसेजी की पुण्यतिथी पर कोटि कोटि नमन...



"यदि अपने देश के प्रति भक्तिभाव रखना पाप है तो मैंने वह पाप किया है और यदि यह पुण्य है तो उसके द्वारा अर्जित पुण्य पद पर मैं अपना नम्र अधिकार व्यक्त करता हूँ"             - नाथूराम विनायक गोडसे 

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