Thursday, 30 January 2014

प्रिय दोस्तों,

मेरे जीवन में सबसे ज्यादा आनंद और गौरव लेनेवाली घटना 29 जनवरी 2014 पाटन, गुजरात में हुई...जिसमे मुझे परमवीरचक्र विजेता और कारगिल के वीर योद्धा योगेन्द्रसिंहजी  यादव का सन्मान करने का अवसर मिला..

मुझे इस अवसर और पाटन को पुरे भारत में गौरव दिलानेवाले इंडियन आर्मी के मेजर नितिन जोषी को में नमन और अभिनंदन करता हू की जिन्होंने चतुर्थ विकलांग ट्राई-सायकल मेरेथोन दौड़ का पाटन में आयोजन किया.

मेजर नितिन जोषी ऐसे कई सामाजिक कार्य करते है और खुद भी स्पोर्टस् में कई सिद्धिया प्राप्त कर चुके है...

दोस्तों, पुरे पाटन में परमवीरचक्र विजेता और कारगिल के वीर योद्धा योगेन्द्रसिंहजी  यादव को सुना और कारगिल युद्ध में भारत के वीर जवानो की बहादुरी और बलिदानों को याद् करके अपनी आँखे गीली की. में आप सभीको इस अवसर पर कहना चाहता हू की    " जननी जन्मभूमि स्वर्ग्दा च अपी गर्यसी " ऐसी मातृभूमि के लिए जीवन जीने का और समय आने पर बलिदान देने का अवसर कभी न चुके...

आज देश चारो और से कई प्रश्नों और दुश्मनों से घिर चूका है और अपने ही देश के गद्दार राजनेताओ की वजह से दुनिया के सामने दिन-प्रतिदिन अपना शीश जुकाता जा रहा है तब मुझे इस देशके युवाओ से आशा है की वो ही अपने देशको दुनिया में गौरव दिला सकते है...

आओ हम सब देशके लिए जिए और देश के लिए अपने लेवल पे कुछ ना कुछ अच्छे कार्य करे...

" वतन की खातिर जीने की चाहत है मुझमे,
   लेकिन वक्त के तकाजेमें मरना भी जानता हू "

- आप सबका निलेश राजगोर
 प्रदेश कन्वीनर : प्रशिक्षण सेल, भारतीय जानता युवा मोरचा, गुजरात प्रदेश 
  

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