Saturday, 15 September 2012

भारत के हिन्दू पाकिस्तान में बचे जूज हिंदूओ की चिंता ना करे, क्यों की उनके बाद भारत का ही नंबर है...


प्रिय दोस्तों, दो दिन पहले ही मैंने टीवी में पाकिस्तान से यात्री वीजा पे आये हुए 171 हिन्दू लोगो की दर्दनाक दास्ताने सुनी... बहोत दुःख हुआ की सिन्धु नदी के किनारे उभरी हुई हिन्दू संस्कृति के हिंदूओ की यह हालत...???

दोस्तों 1947 में पाकिस्तान की कुल आबादी के 25% हिन्दू थे... आज महेज सिर्फ 2.5% ही बचे है... लगता है अगले कुछ सालो में हिन्दू होना भूतकाल बन जायेगा पाकिस्तान में...

आश्चर्य की बात यह है की भारत के हिंदुत्व के ठेकेदार और हिंदुत्व के नाम पे राजनीति करने वाली पार्टियां सिर्फ दिखावे के अलावा कुछ नहीं कर सकी है... मेरा प्रश्न है आप सब से की पुरे विश्व में एक ही हिन्दू राष्ट्र था नेपाल, उसे हम क्यों नहीं बचा पाए...??? चाइना की मदद से मओवादियो ने आज नेपाल पे कब्ज़ा कर दिया... तिबेट क्यों नहीं बचा पाए..?? कश्मीर क्यों नहीं बचा पाए...??? भारत को आतंकवाद से क्यों नहीं बचा पाए...??? लिखने बेठु तो आसाम और कई राज्यों में प्रोबलेम ही प्रोबलेम खड़े हुए लेकिन सोल्यूशन किसीका नहीं क्यों...???

दोस्तों दिल से और राजनीति से ऊपर उठके सिर्फ राष्ट्रवाद से सोचना पड़ेगा की हिन्दू इतना कमजोर क्यों...??? पाकिस्तान ने तो अपना प्रोबलेम सोल्व कर दिया... लेकिन भारत ने प्रोबलेम ही प्रोबलेम खड़े क्यों कर दिए इस देश में...??? अमरीका और अंग्रेजो को गाली अ देनेवाले सभी राजनेता और हिन्दुनेता पहले अपने आप में जांखे की वोह कितने राष्ट्रवादी और अपने देश के प्रति वफादार है और हम कितने भ्रष्ट और सत्ता मिलने के बाद अपने सिध्धांतो से गद्दारी करनेवाले सत्ता लालचु और कायर लोग है...

फिर भी मुझे आशा है भारत के सच्चे देशभक्त युवा भाई-बहन और बुजुर्गो पर की वोह आगे आएंगे और भगतसिंह, राजगुरु, सुखदेव और चंद्रशेखर आजाद जैसे कई क्रांतिकारियों का बलिदान व्यर्थ जाने नहीं देंगे...

                                                                                                                   - देश की दुर्दशा से दुखी निलेश राजगोर

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