Wednesday, 19 June 2013

प्रिय दोस्तों

उत्तर भारत में खासतौर से उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में बाढ़ ने जो तांडव मचाया है, उससे वहां जिंदगियां जिस मुश्किल में फंसी है, उसे देखकर हम सब बहोत बहुत दुखी है. बाढ़ ने 70,000 से ज्यादा को बेघर कर दिया है .सरकारी आंकड़ा जो मर्ज़ी हो, पर सच ये है कि सैकड़ों लोग मारे जा चुके हैं. 2 दिन तक सरकार को स्थिति का अंदाजा ही नही था. 2 दिन के बाद जो मदद गयी, उससे पहले ही बाढ़ तबाही मचा चुकी थी. 

सुन्दरलाल बहुगुणा जी, जिन्होंने गाँधी जी के चिपको आन्दोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी थी, उन्होंन10 साल पहले ही आगाह किया था, कि पेड़ों की अंधाधुंध कटाई को गंगा नदी कभी माफ़ नही करेगी”. पर सरकार ने सिर्फ अमीर माफियायों की परवाह की. सुन्दरलाल जी ने यहाँ तक कहा था,कि अगर भारी बरसात में हरिद्वार का बाँध टूटा तो मेरठ और दिल्ली तक मुसीबत आएगी. टिहरी की पहाड़ियों को थामने के लिए पेड़ों का नामोनिशान नही है.

माफिया प्रकृति के साथ जो मजाक कर रहे हैं, उसकी भरपाई मासूम लोगों की जान से हो रही है. सरकार इन्हें रोकने के लिए कोई कड़े कदम नही उठाती. हालातों का पूर्वानुमान होने पर भी कोई पुख्ता इंतजाम नही होते. अब परिणाम भीषण और दुखद हैं. इसकी चपेट में आये लोगों की आत्मा को ईश्वर शांति प्रदान करे |

                     ॐ शांति...ॐ शांति...ॐ शांति...ॐ शांति...

Tuesday, 11 June 2013



Good Evening Friends.....




પ્રિય મિત્રો,



આ તસ્વીર દ્વારા મારો ઉદ્દેશ માત્ર એટલો છે કે કોઈપણ વસ્તુનું મુલ્ય જો આપણે નહી સમજી શકીએ તો પછી તેને ગુમાવ્યા પછી ઘણું મોડું થઇ ગયું હોય છે. માટે જીવનમાં મળેલ દરેક વસ્તુનું મુલ્ય સમજીએ અને તેનો સદુપયોગ કરીએ. 
(સમય ઓછો હોવાથી વધુ લખી શકું તેમ નથી પણ આપ સૌ જાતે જ વિચારજો.)
                                                                                                                          
                                                                                                                           -આપ સૌનો નીલેશ રાજગોર